होम मधु व कैटभ का भगवान विष्णु से युद्ध, इस तरह प्रकट हुई थीं मां योगमाया

प्रादेशिकीउत्तर-प्रदेशधर्म-संसारअध्यात्म Alert Star Digital Team Mar 23, 2023 08:27 PM

मधु व कैटभ का भगवान विष्णु से युद्ध, इस तरह प्रकट हुई थीं मां योगमाया

मधु व कैटभ का भगवान विष्णु से युद्ध, इस तरह प्रकट हुई थीं मां योगमाया

मधु व कैटभ का भगवान विष्णु से युद्ध, इस तरह प्रकट हुई थीं मां योगमाया

प्राचीन काल में चैत्र वंश के सुरथ नाम के एक शक्तिशाली राजा थे जिनका संपूर्ण भूमि पर अधिकार था। इसी समय कोल क्षत्रियों ने उनसे युद्ध किया और उन्हें पराजित कर अधिकांश राज्य छीन लिया।

राजा के दुर्बल होने पर उसके मंत्रियों ने गुप्त संधि करके खजाना हड़प लिया, तब राजा शिकार के नाम पर राजमहल छोड़कर घने जंगल में पहुंचकर मेधा मुनि के आश्रम में रहने लगा। एक दिन जब एक व्यापारी आश्रम के पास आया तो उसने राजा को बताया कि उसके अपने लोगों ने उसकी संपत्ति छीन ली है। एक दूसरे का दु:ख जानकर मेधा मुनि के पास गई और अपने धन की हानि के बारे में बताया, फिर उन्होंने विषय और ज्ञान पर विस्तार से चर्चा करते हुए महामाया के प्रकट होने की कहानी सुनाई।

एक बार जब भगवान विष्णु शेषनाग के बिस्तर पर योग निद्रा में थे, मधु और कौतभ नाम के दो राक्षस उनके कानों की धूल से पैदा हुए और ब्रह्मा को मारने के लिए आगे बढ़े। उन दोनों को देखकर ब्रह्माजी डर गए और विष्णुजी को जगाने के लिए भगवती योगनिद्रा की स्तुति करने लगे। उन्होंने प्रशंसा करते हुए कहा कि आप सर्वशक्तिमान हैं। इन दोनों असुरों को प्रलोभित करके आप जगदीश्वर विष्णुजी को जगाकर उनमें इन दोनों असुरों का वध करने की बुद्धि उत्पन्न करते हैं।

इसका आह्वान करने के बाद जैसे ही योगनिद्रा प्रकट हुई, श्री हरि जाग गए और देखा कि दोनों असुर ब्रह्मा का भक्षण करने वाले हैं, तब श्री हरि उठे और उन दोनों के साथ पाँच वर्षों तक युद्ध किया। दोनों अपार शक्ति के नशे में चूर थे और ब्रह्माजी के आह्वान पर प्रकट हुई महामाया देवी ने उन दोनों को अपने वश में कर लिया।

तब उन दोनों ने भगवान विष्णु से कहा, हम आपकी वीरता से संतुष्ट हैं, हमसे कोई वर मांग लें। इस पर श्री हरि ने कहा कि यदि तुम दोनों मुझ पर प्रसन्न हो तो मेरे हाथ से मर जाओ। चारों ओर केवल जल ही जल देखकर उसने कहा, जहां पृथ्वी जलमग्न न हो, जहां सूखी भूमि हो, वहां हमें मार डालो। यह सुनकर शंख और गदा धारण करने वाले भगवान ने उनका मस्तक जंघा पर रखकर चक्र से काट डाला।

Alert Star Digital Team

Alert Star Digital Team

एलर्ट स्टार नाम की पत्रिका और फिर समाचार-पत्र का जन्म हुआ। हमारा प्रयास कि हम निष्पक्ष और निडर पत्रकारिता का वह स्वरूप अपने पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करे। जो लोगो के मन मस्तिष्क में एक भरोसे के रूप में काबिज हो।

Leave A comment

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।

Recent Updates

Most Popular

(Last 14 days)